Biology (NTSE/Olympiad)
3. परिवहन
मनुष्य में परिवहन
मनुष्य में O2, ,खनिज पदार्थों हार्मोन तथा अन्य पदार्थों का ऊतकों तक परिवहन, CO2 का फेफड़ो तक तथा अपशिष्ट पदार्थों का वृक्क तक संवहन परिसंचरण तंत्रा द्वारा होता है। निम्न श्रेणी के जंतुओं में पदार्थों का परिवहन विसरण द्वारा होता है।
परिसंचरण तन्त्रा:
हृदय, रक्त वाहिनियाँ, लसिका तथा लसिका वाहिनियाँ आपस में मिलकर परिसंचरण तंत्रा का निर्माण करते है। तथा पदार्थों का शरीर में परिवहन करते है।
उच्च कशेरूकियों में परिसंचरण तंत्रा के निम्न भाग होते है -
रक्त
'हृदय'
रूधिर वाहिनी तंत्रा जो कि धमनी, शिराओं तथा कोशिकाओ से मिलकर बना होता है।
रूधिर कोशिकाएँ :
I. लाल रूधिर कोशिकाएँ: ये सूक्ष्म तथा उभयोत्तली गोलाकार संरचना होती है जिसमें केन्द्रक अनुपस्थित होता है। हीमोग्लोबिन वर्णक की उपस्थिति के कारण इनका रंग लाल होता है। इनका जीवन काल 120 दिन होता है। इनका निर्माण अिस्थ्मज्जा में होता है। इनकी संख्या 4.5 – 5.5 million/cu.m होती है। कार्य: हीमोग्लोबिन O2 के परिवहन का कार्य करता है।
II. श्वेत रूधिर कोशिकाएँ: यह आकार में बड़ी, केन्द्रक युक्त तथा संख्या में बड़ी होती है। इनकी संख्या रक्त में 5000 W.B.C होती है।

श्वेत रूधिर कोशिकाएँ मुख्यत: 2 प्रकार की हेाती है।
III. रूधिर प्लेटलेट्स: प्लेटलेट्स गोल, रंगहीन, उभयोत्तल तथा केन्द्रक विहिन रचना होती है। जो रूधिर का थक्का जमाने में सहायक होती है। इन्हें थ्रोम्बोसाइट्स करते है।
परिसंचरण तन्त्रा:
हृदय, रक्त वाहिनियाँ, लसिका तथा लसिका वाहिनियाँ आपस में मिलकर परिसंचरण तंत्रा का निर्माण करते है। तथा पदार्थों का शरीर में परिवहन करते है।
उच्च कशेरूकियों में परिसंचरण तंत्रा के निम्न भाग होते है -
रक्त
'हृदय'
रूधिर वाहिनी तंत्रा जो कि धमनी, शिराओं तथा कोशिकाओ से मिलकर बना होता है।

रूधिर कोशिकाएँ :
I. लाल रूधिर कोशिकाएँ: ये सूक्ष्म तथा उभयोत्तली गोलाकार संरचना होती है जिसमें केन्द्रक अनुपस्थित होता है। हीमोग्लोबिन वर्णक की उपस्थिति के कारण इनका रंग लाल होता है। इनका जीवन काल 120 दिन होता है। इनका निर्माण अिस्थ्मज्जा में होता है। इनकी संख्या 4.5 – 5.5 million/cu.m होती है। कार्य: हीमोग्लोबिन O2 के परिवहन का कार्य करता है।
II. श्वेत रूधिर कोशिकाएँ: यह आकार में बड़ी, केन्द्रक युक्त तथा संख्या में बड़ी होती है। इनकी संख्या रक्त में 5000 W.B.C होती है।

श्वेत रूधिर कोशिकाएँ मुख्यत: 2 प्रकार की हेाती है।

III. रूधिर प्लेटलेट्स: प्लेटलेट्स गोल, रंगहीन, उभयोत्तल तथा केन्द्रक विहिन रचना होती है। जो रूधिर का थक्का जमाने में सहायक होती है। इन्हें थ्रोम्बोसाइट्स करते है।
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