Physics (NTSE/Olympiad)
3. प्रकाश परावर्तन
प्रकाश के परावर्तन के नियम
प्रथम नियम: आपतित किरण परावर्तित किरण तथा अभिलम्ब आपतन बिन्दु पर सभी एक ही तल में होते है।
द्वितीय नियम: परावर्तन कोण (∠r) सदैव आपतन कोण (∠i) के बराबर होता है।
अर्थात् ∠r = ∠i
(अभिलम्ब आपतन के लिए i = 0 r = 0 हैं किरण अभिलम्ब के अनुदिश पुन: परावर्तित हो जाती है)
(i) एक प्रकाश किरण पृष्ठ पर लम्बवत् आपतित होती है उसके मार्ग का पुन: अनुसरण करती हैं।
जब एक प्रकाश किरण एक सतह पर लम्बवत् आपतित होती है तब आपतन कोण शून्य होता है अर्थात् ∠i = 0 परावर्तन के नियम अनुसार ∠r = ∠i ∠r = 0 अर्थात् परावर्तित किरण सतह के लम्बवत् होती है। इस प्रकार एक पृष्ठ के लम्बवत् आपतित किरण चित्रानुसार उसके पथ का पुन: अनुसरण करती हैं।
(ii) परावर्तन के नियम तब भी लागू होते हैं जब प्रकाश चित्रानुसार (a) व (b) में गोलीय या वक्र पृष्ठ से परावर्तित होता है।

द्वितीय नियम: परावर्तन कोण (∠r) सदैव आपतन कोण (∠i) के बराबर होता है।
अर्थात् ∠r = ∠i
(अभिलम्ब आपतन के लिए i = 0 r = 0 हैं किरण अभिलम्ब के अनुदिश पुन: परावर्तित हो जाती है)
(i) एक प्रकाश किरण पृष्ठ पर लम्बवत् आपतित होती है उसके मार्ग का पुन: अनुसरण करती हैं।
जब एक प्रकाश किरण एक सतह पर लम्बवत् आपतित होती है तब आपतन कोण शून्य होता है अर्थात् ∠i = 0 परावर्तन के नियम अनुसार ∠r = ∠i ∠r = 0 अर्थात् परावर्तित किरण सतह के लम्बवत् होती है। इस प्रकार एक पृष्ठ के लम्बवत् आपतित किरण चित्रानुसार उसके पथ का पुन: अनुसरण करती हैं।

(ii) परावर्तन के नियम तब भी लागू होते हैं जब प्रकाश चित्रानुसार (a) व (b) में गोलीय या वक्र पृष्ठ से परावर्तित होता है।

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